हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने पत्रकारों से आहवान किया कि वे राष्ट्रहित को सर्वोपरी रखते हुए प्रजातंत्र की मजबूती के लिए अपनी लेखनी यूज़ करें, जिससे देश में प्रैस के प्रति पब्लिक की और विश्ववसनीयता बढ़ेगी। दत्तात्रेय चंडीगढ़ के राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान में नैशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि भौतिकवाद के इस युग में पत्रकारिता एक व्यवसाय के रूप में उभरा है। इस दौर में भी आपने नैतिक और मानवीय मूल्यों का भौतिकवाद से संतुलन बना कर कार्य करना है। सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के इस युग में अनेकों युवा इस व्यवसाय में भविष्य तलाश रहे हैं। आपने आने वाली पीढ़ी के सामने आदर्श स्थापित करना है कि राष्ट्र एवं समाज की प्राथमिकता को ध्यान में रखकर किस प्रकार से पत्रकारिता के क्षेत्र में आगे बढ़ा जा सकता है। उन्होंने येलो जर्नलिज्म से भी बचने का सुझाव दिया।
राज्यपाल दत्तात्रेय ने कहा कि आज सोशल मीडिया का युग है इसलिए प्रैस शब्द का अर्थ और व्यापक हो गया है। प्रैस में सोशल मीडिया के प्रभावों और दुषप्रभावों को भी नकारा नहीं जा सकता। इस समय भारत में सोशल मीडिया के लगभग 62 करोड़ से भी अधिक युजर्स हैं यानि कुल जनसंख्या के 45 प्रतिशत से भी अधिक लोग सोशल मीडिया यूज़ कर रहे हैं और यह भी सही है 90 प्रतिशत सूचनाएं सोशल मीडिया के माध्यम से आमजन को प्राप्त हो रही हैं। ऐसे में हम सबके सामने तथ्य और तथ्यहीन सूचनाओं की प्रमाणिकता की चुनौती भी है। सोशल मीडिया के इस युग मे मेन स्ट्रीम की मीडिया की जिम्मेवारी और बढ़ी है। उन्होंने कहा कि आपका संगठन प्रैस की आजादी कायम रखने, पत्रकारों के हितों की रक्षा और पत्रकारिता के उच्च मानदंडों के अनुसार कार्य करने के लिए कटिबद्ध है।
राज्यपाल ने कहा कि प्रजातंत्र में प्रैस सरकार एवं लोगों के मध्य एक सेतु का महत्वपूर्ण कार्य करती है। सरकार द्वारा चलाई जा रही विकास तथा कल्याण योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने तथा जन-साधारण की समस्याएं सरकार तक पहुंचाने का कार्य भी करती है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार ने भी आपको काम करने के लिए अच्छा वातावरण देने की कोशिश की है। हरियाणा सरकार ने वरिष्ठ पत्रकारों के लिए 10 हजार रुपए प्रतिमाह पेंशन शुरू की है। इसके साथ प्रैस मान्यता के नियमों में भी ढील दी गई है ताकि मेन स्ट्रीम में कार्य करने वाले मीडियाकर्मी सरकार की योजनाओं का लाभ उठा सके।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने मान्यता प्राप्त पत्रकारों का सामूहिक बीमा करवाया हुआ है। इसके अलावा मीडिया कल्याण कोश की स्थापना की गई है। जिसमें सरकार द्वारा तीन करोड़ रूपये की राशि का प्रावधान किया गया है। मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए राज्य परिवहन की बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा दी गई है। इसके साथ-साथ राज्य सरकार दिवंगत पत्रकारों के परिवारों को तथा जरूरतमंद व बीमार पत्रकारों को आर्थिक सहायता भी प्रदान कर रही है।
उन्होंने कहा कि पत्रकारों ने कोरोना काल में पहली लाईन में रहकर अपनी जान की परवाह न करते हुए जिस प्रकार से रिपोर्टिंग की है, उसके लिए पूरा पत्रकार समाज बधाई का पात्र है। आपके सहयोग से प्रशासनिक तंत्र सभी कोरोना पीड़ितों तक पहुंच पाया है। प्रैस और पत्रकार बन्धु जो सरकार की त्रुटियों और गलतियों को रेखांकित करते हैं, वे सरकार के सच्चे मित्र व हितैषी हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को चाहिए कि वे समाचार पत्रों में व्यूज नहीं बल्कि न्यूज की रिपोर्टिंग करें और तथ्यों के आधार पर ही खबरों का संकलन कर पाठकों तक पहुंचाएं।
Also see :
Financial results at a glance: The Board of Directors of IDFC FIRST Bank, in its…
The Confederation of Indian Industry (CII) - Indian Green Building Council (IGBC) has elected its…
Renowned author Shobhaa De and influential social media figure Masoom Minawala took center stage at…
Elpro International School, Chinchwad and Hinjewadi in partnership with Skillsphere hosted a two-day virtual conference,…
Bajaj Markets enables borrowers to apply for a home loan balance transfer facility on its…
Dispelling misconceptions surrounding varicose veins, experts at Sri Ramakrishna Hospital delve into the conditions nuances,…