ज़िंदगी आधी बीता दी उनके इंतज़ार में लहू का रंग भी फ़ीका पड़ गया हिज्र की आग में अब तो एहसान बारिश करती है कब... Read More
Day: March 2, 2024
धड़कन कैसे रुकती है मालूम हमे हो गया अकेले रहना कैसा लगता है उनका साथ जो छूट गया मक़ूफ़ रहे जिस पे ता उमर रंज... Read More
एसा किसी के साथ ना हो जो हुआ मेरे साथ आधी रात को आंसुओं से चेहरा धोना पड़ा है आधी रात को वो याद ही... Read More
दिल-ए-दरिया मैं आग सुलझी हुई है कम उम्र मैं यह गुस्ताखी हम से हुई है जिसे हम अपना समजतें थे वो ही दूर हम से... Read More
क्या सही में जानते है लोग हमे हमारे बारे मैं अच्छा नहीं है बस यह जूठ ही तो जानते है पता करो हमारे बारे... Read More
एक गुनहा फिर से करना है शहर-ए-इश्क़ में फिर से घूमना है आख़िर कही से तो हमे सकून मिलेगा टूटे दिल का इलाज फिर से... Read More